आज सुबह अख़बार में एक खबर थी. माध्यमिक शिक्छा मंडल म. प्र. भोपाल ने बारहवी का परीक्छा परिणाम घोषित किया. खबर साधारण ही थी पर हम जैसे कुछ लोग जो थोड़े से ही में खुश हो जाते हैं उनके लिए इसमें अन्दर एक अच्छी खबर भी थी. मंडल ने परीक्छा ख़त्म होने के १९ वे दिन परिणाम घोषित कर दिया. मंडल के इतिहास में ये सब से कम समय में परिणाम घोषित करने का रिकार्ड है. अन्यथा मुझे अपने बचपन का ध्यान है की परीक्छा के बाद दो दो माह बीत जाते थे और परिणाम घोषित नहीं हो पाता था.
बारहवी में पढ़ने वाले छात्र दुनिया की भीषण सच्चाइयों से रूबरू होने के लिए तैयार हो रहे होते हैं. उनके मन में कुछ कर गुजरने का जज्बा होता है. मन में एक आदर्श व्यवस्था का सपना होता है. उनका किसी सरकारी तंत्र से पहला वास्ता स्कूल और माध्यमिक शिक्छा मंडल के रूप में ही पड़ता है. ऐसे में मंडल उनके सामने एक आदर्श प्रस्तुत करता है तो ये भीषण गर्मी में घने पेड़ की छाव की तरह सुखद और स्वागत योग्य है. माध्यमिक शिक्छा मंडल के सभी कर्मचारी अधिकारीयों को बधाई.
बड़ी स्पीड से आया रेजल्ट-अच्छा है ऐसे मानक स्थापित होते रहना चाहिये.
ReplyDeleteबोर्ड बालो को मेरी भी बधाई
ReplyDeleteपीठ थपथपाने का ये सिलसिला कायम रहे मनोज भाई
यह प्रशंशा ही है जो परिवर्तन लाती है
दिशा परिवर्तन की दुनिया दिखाती है
अच्छे की प्रशंशा से श्रेष्ठता का प्रसार होता है
बुरे की प्रशंशा से गिरने की होड़ लगती है
होड़ धीरे धीरे घुड़दौड़ में बदल जाती है
तब हम घोडे हो जाते हैं
कुछ समझदार व्यवसायी हम पर दाव लगाते है
hmen chramiltahai ve krodo khrbo kmate hai
achchhi post keliye badhai
गाफिल जी ने सही कहा ... यह प्रशंसा ही है जो हमें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है ...म. प्र. भोपाल के माध्यमिक शिक्षा मंडल के सभी कर्मचारियों एवं अधिकारियों को मेरी भी .....बधाई......!!
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