मेरे एक मित्र हैं। नाम है मयंक चतुर्वेदी। पेशे से पत्रकार हैं। हिन्दुस्थान समाचार के मध्य प्रदेश ब्यूरो के प्रमुख हैं। पूरे मध्य प्रदेश से खबरें एकत्रित करावा कर एजेन्सी को पहुँचवाते हैं। दिन भर खबरों के बीच में ही रहते हैं। खबरें ही ओढ़ते हैं खबरें ही बिछाते हैं और खबरों की ही खाते हैं। पूरी तरह खबरमय इन्सान। ख़बर में और मयंक भाई में भेद करना मुस्किल। फ़ोन पर अपनी पत्नी से बात करते है तो बीच बीच में भाभी जी को इन्हें बताना पड़ता है की आप ख़बर नहीं पढ़ रहे हो अपनी पत्नी से बात कर रहे हो। समर्पण की अद्भुत मिसाल।
बीच बीच में मिलते रहते थे। एक दिन मिले तो मैंने पूंछा - क्या ख़बर है?
जैसे मैंने दुखती रग पर हाथ रख दिया हो। आह भर कर बोले - मनोज भाई, क्या बताऊँ, कोई खबर ही नहीं है।
अब चौकने की बारी मेरी थी मैंने कहा- मयंक भाई, चुनाव चल रहा है और आप कह रहे हो कोई खबर ही नहीं है।
हाँ मनोज भाई, आप ही बताओ क्या ख़बर है? हत्या, फसाद, षडयंत्र, गाली गलोज, काट डालूँगा, कुचलवा दूंगा, जूता, चप्पल, कमजोर, मजबूत, चुनाव धांधली !! खबरें ही खबरें हैं। सब नकारात्मक खबरें। हमारे वैज्ञानिक चुपचाप आसमान में उपग्रह टांग रहे हैं, इसकी है किसी को ख़बर ? नरेन्द्र, रेणुका, प्रियंका जैसे किशोर और युवा अपने जैसे युवाओ के बीच राष्ट्रीय भावना के प्रसारण एवं संवेदनशील समाज के निर्माण के लिए स्वयम का घर परिवार छोड़ कर मूक सेवक की भांति कार्य कर रहे हैं, इसकी है किसी को ख़बर ? ये तो एक दो उदाहरण है। ऐसे ही अनगिनत लोग छोटे बड़े सकारात्मक कार्यो में चुपचाप लगे हैं। इसकी न समाज को ख़बर है न मीडिया को ख़बर देने की फुर्सत।
मयंक भाई का दर्द मैं समझ चुका था। एक ऐसा प्लेटफोर्म बनाने की योजना बनी। जिसमें ऐसी खबरों को और ऐसे साहित्य को प्रमुखता दी जा सके जो समाज में कुछ सकारात्मक परिवर्तन ला सके। उसी के पहले कदम के रूप में आप के बीच हम भी आ गए हैं।
आपके सुझावों, सलाहों एवं समर्थन का हमें इंतजार रहेगा।
Dear Manoj ji , mujhe aapka prayash bahut pasand aya. Mujhe Hindi type nahi aati atah chhama karden. yeh vidambana hai ki jo ho raha hai uske bare main kuchh to karen.
ReplyDeleteमनोज जी बहुत अच्छा प्रयास है. निरंतरता बनाये रखना.
ReplyDeleteब्लॉग जगत में आपका आगमन क्रन्तिकारी होगा यह तो निश्चित ही है .
ReplyDeleteस्वागत है . अभिनन्दन है . इतनी परिपुष्ट लेखनी ,इतना जनहितकारी लक्छ्य . शुभ कामनाओ पर तो तुम्हारा आधिकार बनता है .